32 घंटे भूख से बिलखता रहा नवजात, पिता लगाता रहा दूध के लिए गुहार ।

सुसनेर. लॉकडाउन की सख्ती के बाद आम जरूरत की वस्तुओं के इंतजाम करने के प्रधानमंत्री की आश्वासन के बाद नगर में किस तरह की व्यवस्था है इसका एक उदाहरण गुरुवार को सामने आया। जब अस्पताल में बुधवार को सुबह 7 बजे पैदा हुआ एक बच्चा भूख के चलते बिलख रहा था तो बच्चे का पिता सभी से गुहार लगा रहा था कि दो दिनो से भूख के मारे तड़प रहे उसके बच्चे के लिए कोई उसे गाय का दूध दिलवा दे। मेडिकल की दुकानें बंद होने से परेशान हो रहे मरीजों का हाल जानने के लिए पत्रकार जब अस्पताल पहुंचे तो जीवन्धर सिंह ने बताया कि उसकी पत्नी धरमकुंवर बाई के आंचल से दूध नहीं आ रहा है जिसके चलते उसका बच्चा भूख से तड़प रहा है। बुधवार को सुबह 7 बच्चे के पैदा होने के बाद से मां का दूध के लिए कई जतन कर रहे हैं, किन्तु इसमें डाक्टरों को सफलता नही मिल रही है। गुरुवार को डॉक्टर ने बच्चे को गाय का दूध पिलाने के लिए बोला किन्तु दूध नही मिलने से वह भटक रहा है डॉक्टर ने बाजार से दूध का पावडर लाने के लिए कहा है किन्तु मेडिकल बंद होने से पावडर का डिब्बा मिल नही रहा है। लॉकडाउन की पाबदियों के बीच गाय के दूध की व्यवस्था नहीं होने से परेशान इस व्यक्ति की पत्रकारों ने मदद की तथा समाचार पत्र का वितरण करने वाले गोविन्द लोहार से संपर्क कर गाय का दूध उपलब्ध करवाया। दूध पिलाने के बाद बच्चे का रोना बंद हुआ। यह घटना प्रशासन की आवश्यक वस्तुओं के इंतजाम की जरूरी पोल खोलता है। कम हो रही दूध की आवक कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे और लॉकडाउन की सख्ती के चलते इस समय बाजार में सामान्य रूप से दूध की आवक बहुत कम हो रही है। ऐसे में गाय के दूध की उपलब्धता कैसे हो। साथ ही अस्पताल डिलिवरी के लिए आने वाली महिलाओं के लिए दूध,भोजन सहित अन्य जरूरी चीजों की व्यवस्था नही होने से महिलाओं को परेशानी का सामना करना पड़ता है। दवाई के लिए होते रहे परेशान रामनवमी के चलते अस्पताल में अवकाश होने एवं मेडिकल दुकानें बंद होने से अस्पताल में डॉक्टर के द्वारा इलाज कर दवाई तो लिख दी किन्तु बाजार में दवाई उपलब्ध नही हो पाई। गीताबाई निवासी डोंगरगांव ने बताया उसकी बेटी के बच्चे का इलाज करवाने के लिए आए किन्तु मेडिकल बंद होने से दवाई नहीं ले सके। मेहरून बी मोडी ने बताया कि अस्पताल में डॉक्टर को तो दिखा लिया किन्तु गोली के अभाव में वापस घर लोट रहे हैं।