नोबल कोरोना वायरस रूपए पैसे में भी कोरोना वायरस मैंने कोरोनावायरस को लेकर एक बात नोट की है कि अब रुपए पैसे में भी कोरोनावायरस है जी हां पैसों में भी कोरोनावायरस है क्योंकि पैसा की एक ऐसी चीज है जिसका चलन हर जगह पर है जैसे कि बैंक दुकान मार्केट कुल मिलाकर हर स्थान पर पैसे की जरूरत पड़ती है अब मैं आप सभी को बताना चाहती हु की पैसों के विभिन्न प्रकार के लोग उपयोग में लाते हैं विभिन्न प्रकार के लोगों के से मतलब रोगी व्यक्ति भी इसका उपयोग करते हैं अब आपको तो पता होना चाहिए कि पैसे ही एक ऐसी चीज है जिसका सब कोई उपयोग में लेते है मुझे पता है कि जहां तक की है 10 रू का नोट एक दुकान पर चलाने के बाद वह ना जाने दिनभर में कितने ग्राहकों के पास जाता है अब ग्राहकों के सिर पर यह तो नहीं लिखा कि रोंगी की है या स्वस्थ है अब वह उपयोग में लाया गया नोट लोग अपने पर्स में रखने के बाद अपने हाथों को साबुन से साफ नहीं करते हैं और हां मैंने तो ज्यादा अधिकतर लोगों को पैसे गिनते समय अपने हाथों थुक लगाते हुए देखा है अब हमे ये तो पता नहीं है कि वह पैसे गिनने वाला व्यक्ति रोगी है या नहीं फिर भी मैं आप सभी को बताना चाहती हूं कि पैसों 100 %प्रतिशत नोबेल कोरोना वायरस है अत आप सभी देश वासियों से अनुरोध है कि पैसों रुपए का उपयोग करते समय सावधानी बरतें यह मेरे लिखी हुई बात देश की मुद्रा की विरोध नहीं करती है बल्कि आप सभी को सावधानी बरतने के लिए लिखी गई है अतः आप सभी देशवासियों से मेरा हाथ जोड़कर निवेदन है कि आप पैसे का उपयोग करते व करने के बाद आप अपने हाथों को साबुन सैनिटाइजर आदि से अच्छे से साफ कर ले मेरा आप से सभी उम्मीद है कि आपको यह बात समझ में आ गई होगी और हां कोरोना वायरस को लेकर लिखने को तो बहुत कुछ है पर मैं आप सभी के माध्यम से बस कम शब्दों में लिखा है अतः आप सभी देशवासियों से मेरा अनुरोध है कि नोबेल कोरोनावायरस से बचे तथा पैसों का उपयोग करते व करने के बाद सावधानी बरतें | मेरा उद्देश्य देश की मुद्रा का विरोध करना नहीं है.
नोबल कोरोना वायरस रूपए पैसे में भी कोरोना वायरस।