किसानों में मचा कोहराम
भोपाल से आये आदेश ने किसानों की उड़ाई नींद हर वर्ष की तरह इस बार भी 25 मार्च से समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी चालू होना थी ।
लेकिन कोरोना वायरस की वजह से इसे आगे बढ़ा दिया गया और 1 अप्रैल तक गेहूं खरीदी चालू होना बताया गया ।
लेकिन आज आये आदेश से किसानों को चिंता में डाल दिया 1,अप्रैल से बढ़ाकर 15 अप्रैल के बाद खरीदी चालू होना बताया गया ।
ऐसे में किसान अपने माल गेहूं को 15 दिन कैसे संभाल के रखेंगे
ना तो उनके पास पर्याप्त भंडारण है और ना ही गेहूं को रखने के लिए कोई शासकीय गोदाम , ऐसी कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है ।
ऐसे में जो किसानों ने गेहूं कटाई करवाई है उन मजदूरों को भी पैसे देना है साथ में किसानों की आवश्यकता भी रहती है उसकी पूर्ति कैसे की जाएगी ।
ना तो शासन प्रशासन ओर नेता कोई भी किसानों कि सुद नहीं ले रहे हैं
और ना ही उन्हें अभी तक किसान सम्मान निधि से मिलने वाले पैसे दो ₹2000 वह भी अभी तक उपलब्ध नहीं हुए हैं।
और ना ही अतिवृष्टि ,
और किसान कर्ज माफी ,
वर्ष 2019 फसल बीमा आदि ऐसी कई योजनाएं हर जो अभी तक कोई भी योजना सही रूप से किसानों तक नहीं पहुंची है ।
और उनकी जो गेहूं की फसल अब तैयार होकर कट चुकी है ।
वह भी वह बेच नहीं पा रहे हैं।
ऐसे में किसान बहुत अधिक परेशान है ।
परेशानी के दौर से गुजर रहे हैं उनकी सुनने वाला कोई नहीं है
युवा किसान अजय पटेल से बात हुई तो उन्होंने बताया कि कि मानपुरा गांव में स्थित साइलोकेंद्र जो सर्व सुविधा युक्त है ।
वहा ना तो मजदूरों की आवश्यकता होती है ना ही हेमालो की साइलोकेंद्र पर सभी कार्य मशीनों द्वारा होते हैं ।
इसलिए वहां पर आसपास के
गांवो के किसानों से गेहूं सीमित किसानों को मैसेज पहुंचा कर खरीदी चालू करनी चाहिए जिससे किसान अपना माल बेच सके ।
और 15 अप्रैल के बाद अचानक से अफरा-तफरी का माहौल ना बने इसलिए साइलोकेंद्र पर खरीदी शासन को चालू करना चाहिए
किसान पुत्र अजय पटेल