भगवान महाकाल का मंदिर इन दिनों रंगाई-पुताई से चमकाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि शिखरों की रंग की चमक अधिक समय तक बरकरार रहेगी महाशिरात्रि पर्व 21 फरवरी को मनाया जायेगा इसके 9 दिन पूर्व 13 फरवरी से शिवनवरात्रि पर्व प्रारम्भ हो जायेगा। शिवरात्रि महापर्व पर दूर दराज से लाखों भक्त भगवान महाकाल के देव दर्शन के लिये उज्जैन आयेगें।मन्दिर परिसर स्थित कुण्ड के आसपास की सीढ़ियों पर लगी काई को भी हटाया गया है। फाल्गुन कृष्ण पंचमी गुरूवार 13 फरवरी से शिव नवरात्रि उत्सव प्रारम्भ होगा और महाशिवरात्रि का पर्व फाल्गुन कृष्ण त्रयोदशी शुक्रवार 21 फरवरी को मनाया जायेगा। फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी शनिवार 22 फरवरी को महाशिवरात्रि के दूसरे दिन सेहरा दर्शन, पारणा दिवस मनाया जायेगा तथा वर्ष में एक बार दोपहर में भगवान महाकाल की भस्म आरती होगी।
महाशिवरात्रि पर्व श्री महाकालेश्वर मन्दिर में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है।इस अवसर पर लाखों भक्त भगवान महाकाल के दर्शन के लिये मन्दिर में आते हैं और भगवान महाकाल का दर्शन करते हैं।महाशिवरात्रि पर्व के लिये मन्दिर में तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। पर्व की सम्पूर्ण व्यवस्था के लिये कलेक्टर एवं मन्दिर प्रशासक निरन्तर जायजा ले रहे हैं।कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि मन्दिर परिसर एवं मन्दिर के आसपास की व्यवस्थाएं बेहतर ढंग सेऔर निरन्तर सुचारू रूप से की जाना सुनिश्चित करें। दर्शनार्थियों की व्यवस्थाओं के लिये सम्बन्धित अधिकारियों के साथ शीघ्र बैठक आयोजित की जायेगी।