उज्जैन, बुधवार, 19 फरवरी 2020 । शिव नवरात्रि के सातवे दिन सायं पूजन के पश्चात बाबा महाकाल ने श्री उमा महेश स्वरूप में भक्तों को दर्शन दिये। इसके पूर्व प्रातः शासकीय पुजारी श्री घनश्याम शर्मा के आचार्यत्व में 11 ब्राहम्णों द्वारा श्री #महाकालेश्वर भगवान का अभिषेक एकादश-एकादशनी रूद्रपाठ से किया गया तथा सायं पूजन के पश्चात बाबा श्री #महाकाल को नवीन वस्त्र धारण करवाये गये। इसके अतिरिक्त मेखला, दुपट्टा, कटरा, मुकुट, छत्र, मुण्ड माला एवं फलों की माला आदि धारण कराई गई।
शिवनवरात्रि के आठवे दिन, गुरूवार 20 फरवरी 2020 को भगवान श्री महाकालेश्वर श्री शिव तांडव रूप में श्रद्धालुओं को दर्शन देंगे। शुक्रवार 21 फरवरी को महाशिवरात्रि पर्व मनाया जावेगा। इस दिन भगवान श्री महाकालेश्वर का सतत जलधारा से अभिषेक होगा। दोपहर 12 बजे गर्भगृह में उज्जैन तहसील की ओर से पूजा की जावेगी व सायं 04 बजे होलकर एवं सिंधिया स्टेट की ओर से पूजन होगा। रात्रि में 11 बजे से गर्भगृह में भगवान श्री महाकाल का महाअभिषेक किया जावेगा। उसके पश्चात भगवान को पुष्प मुकुट धारण करवाया जावेगा। अगले दिन 22 फरवरी को #दोपहर में 12 बजे #भस्मारती होगी। जों वर्ष में एक बार ही दोपहर में होती है।
महाकाल मंदिर का विशाला परिसर संभवत: किसी अन्य ज्योतिर्लिंग का नहीं
महाशिवरात्रि पर्व पर दूरदराज से हजारों दर्शनार्थी
भगवान महाकाल के दर्शन हेतु मंदिर आयेंगे महाशिवरात्रि पर्व की तैयारियॉ लगभग पूर्ण भगवान महाकाल का दरबार सजने लगा
ज्योतिर्लिंग श्री महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन में महाशिवरात्रि पर्व 21 फरवरी 2020 को मनाया जायेगा।* महाशिवरात्रि पर्व की तैयारियां लगभग पूर्ण हो चुकी है। पर्व पर दूरदराज से बडी संख्या में श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन के लिये मंदिर में आते है। महाकाल मंदिर का विशाल परिसर संभवत: किसी अन्य ज्योतिर्लिंग का नहीं है। बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक दक्षिण मुखी श्री महाकालेश्वर मंदिर के शिखर, परिसर में अन्य मंदिरों के शिखरों तथा मंदिर की रंगाई-पुताई से भगवान महाकाल का दरबार सजके तैयार है। जिला प्रशासन एवं मंदिर प्रशासन तथा पुलिस प्रशासन आदि के द्वारा दर्शनार्थियों की दर्शन व्यवस्था सुलभ तरीके से हो सके इसके इंतजाम कर लिये है। तैयारियों का समय-समय पर वरिष्ठ अधिकारी जायजा ले रहे है।
दर्शनार्थियों की सुविधाओं को ध्यान में रखा जावेगा
दर्शनार्थियों के लिये पेयजल, स्वास्थ्य सुविधा, गर्मी को देखते हुए शामियाना आदि व्यवस्था की जा रही है। दर्शनार्थियों के लिये दर्शन व्यवस्था की अलग-अलग व्यवस्था की गई है।
- महाशिवरात्रि पर्व के आठ दिन पूर्व 13 फरवरी से शिव नवरात्रि प्रारंभ हुई है। महाशिवरात्रि पर्व के अगले दिन 22 फरवरी को प्रात: सेहरा चढना प्रारंभ होगा। प्रात: 6 बजे सेहरा आरती होगी और प्रात: 11 बजे से सेहरा उतारना प्रारंभ होगा तथा दोपहर 12 बजे से भगवान महाकाल की वर्ष में एक बार दोपहर में भस्मार्ती होगी। इसके बाद दोपहर पश्चात भगवान महाकाल की भोग आरती संपन्न होगी। महाशिवरात्रि पर्व पर सामान्य दर्शनार्थियेां की दर्शन व्यवस्था हरसिद्धी मंदिर चौराहे से बडा गणेश मंदिर, पुलिस चौकी, सरस्वती शिशु मैदान, माधवसेवा न्यास पार्किंग, मुख्य प्रेवेश द्वार शहनाई जिक-जेक, टनल छत, फेसेलिटी सेन्टर, टनल, नैवेद्य कक्ष के सम्मुख 06 नम्बर द्वार से होते हुए कार्तिक मंडपम एवं गणेश मंडपम से दर्शनार्थी भगवान महाकाल के दर्शन करने के पश्चात निर्गम द्वार से बाहर निकलेंगे। इसी प्रकार हरसिद्धी चौराहे से ड्यूटीरत कर्मचारी जिनको पास जारी किया है वे, 250 रू. की शीघ्र दर्शन टिकिट धारी और दिव्यांगजन, वृद्धजन की एक कतार से होकर बडा गणेश होते हुए भस्मार्ती 4 नम्बर गेट से प्रवेश करेंगे। इसी तरह हरसिद्धी मंदिर चौराहे से पुजारी, पुरोहित एवं उनके परिजन की अलग से कतार में होकर महाकाल प्रवचनहॉल से कोटितीर्थ कुण्ड होते हुए प्रवेश करेंगे।
- महाशिवरात्रि पर्व पर इस बार प्रवेश पास में क्यू.आर. कोड जारी किया गया है। ये पास समस्त ड्यूटीरत कर्मचारियों, मीडिया, पुजारी, पुरोहित, प्रतिनिधि, परिवारजन, सर्विस वाहन आदि पास में क्यू.आर.कोड रहेगा। महाशिवरात्रि पर्व पर शांति एवं कानून व्यवस्था एवं अन्य व्यवस्थाओं के लिये संपूर्ण मंदिर परिक्षेत्र में कार्यपालिक दण्डाधिकारिेयों की ड्यूटी लगाई गई है। इसी तरह अलग-अलग व्यवस्थाओं के लिये विभिन्न विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को तैनात किया गया है।
- महाशिवरात्रि पर्व पर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के तहत जिला चिकित्सालय द्वारा आकस्मिक उपचार हेतु चिकित्सकों एवं नर्स स्टॉफ आदि की ड्यूटी लगाई गई है। चिकित्सकों एवं स्टॉफ की व्यवस्था हेतु मंदिर परिसर एवं बाहरी परिसर में चिकित्सकीय अधिकारी एवं कर्मचारियेां को तैनात किया गया है। मंदिर परिसर कंट्रोलरूम के समीप, प्रवचनहॉल, भस्मार्ती गेट/पुलिस चौकी, निर्गम गेट, हरसिद्धी चौराहा, सरस्वती शिशु मंदिर पर चिकित्सकीय व्यवस्था पर्याप्त दवाई आदि की रहेगी। पर्व पर विद्युत लगातार उपलब्ध रहे इसके लिये विद्युत विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को तैनात किया गया है। पर्व पर अस्थार्इ फायर स्टेशन बनाये गये है जो निर्धारित स्थलों पर तैनात रहेंगे।
- पर्व पर दर्शन के लिये आने वाले श्रद्धालुओं के लिये अस्थाई जूता स्टेण्ड की व्यवस्था विकास प्राधिकरण द्वारा की गई है। अस्थाई जूता स्टेण्ड हरसिद्धी मंदिर चौराहे पर की गई है। यहॉ पर जूता स्टेण्ड के काउन्टर बनाये गये है। दर्शनार्थियों को टोकन नम्बर दिये जायेंगे। दर्शन उपरांत दर्शनार्थियों को निर्गम के बाहर बने जूता सटेण्ड काउन्टर पर टोकन नम्बर एवं काउन्टर नम्बर उपलब्ध कराने पर जूता –चप्पल उपलब्ध कराये जायेंगे। हरसिद्धी चौराहे से जूता चप्पल एक कपडे के बैग में व्यवस्थित लाकर निर्गम के समीप बने जूता स्टेण्ड काउन्टर पर हर आधे –एक घण्टे में रिक्शा के द्वारा लाया जायेगा। महाशिवरात्रि पर्व पर जिन-जिन विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है उन विभागों के नोडल अधिकारी कंट्रोल रूम में तैनात रहेंगे।