पीएम मोदी ने की राम मंदिर ट्रस्ट की घोषणा ,अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण जल्द ही साकार रूप लेने लगेगा


देश की जनता सालों से जिस दिन का इंतजार कर रही थी वो ऐतेहासिक दिन आज आ ही गया । सालों  से लंबित मामलों को सुलझाने में मोदी सरकार श्रेय की हकदार तो है । देश की जनता अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण को देखने के लिए लालायित है । सबकी नजरों को उस दिन का बेसब्री से इंतजार है जब रामलाल टेंट से निकलकर भव्य मंदिर में प्रवेश करेंगे और पूरा वातावरण जय श्री राम के उदघोष से गूंज उठेगा । सालों साल लंबे चले इस मामले का सही एवं सटीक फैसला देश की सबसे बड़ी अदालत ने किया था । जिस का सर झुकाकर पूरे देश ने अभिनंदन किया था । 


अयोध्या में राम मंदिर बनाने को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार ने स्वर्णिम  फैसला लिया है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के पालनार्थ केंद्रीय कैबिनेट ने बुधवार को राम मंदिर ट्रस्ट बनाने को मंजूरी दे दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में राम मंदिर ट्रस्ट बनाने का ऐलान किया. संसद सत्र के पांचवें दिन बुधवार को पीएम मोदी ने कहा,'आज मैं बहुत ही अहम मुद्दे पर एक जानकारी देने के लिए उपस्थित हुआ हूं। यह विषय करोड़ों देशवासियों की तरह मेरे हृदय के लिए भी करीब है। यह विषय श्रीराम जन्मभूमि से जुड़ा हुआ है। यह विषय अयोध्या में श्रीराम जन्मस्थली पर भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण से जुड़ा हुआ है।' इस ट्रस्ट का नाम ‘श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’ रखा गया है.


उन्होंने आगे कहा कि आज मुझे बताते हुए खुशी हो रही है कि आज सुबह हुई कैबिनेट की बैठक में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को ध्यान में रखते हुए महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। मेरी सरकार ने कोर्ट के आदेशानुसार,श्रीरामजन्मस्थली पर भगवान राम के मंदिर के निर्माण के लिए एक वृहत योजना तैयार की है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार, भगवान राम के मंदिर ट्रस्ट का नाम श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र होगा। यह ट्रस्ट मंदिर निर्माण पर फैसले लेने के लिए पूर्ण तौर पर स्वतंत्र होगा। 


पीएम मोदी ने कहा कि संसद में अयोध्या धाम की पवित्रता से हम सभी भलीभांति पर परिचित हैं। अयोध्या में मंदिर निर्माण और  भविष्य में राम लला के दर्शन के लिए और आने वाले समय में श्रद्धालुओं की संख्या और उनकी भावना का ध्यान रखते हुए एक फैसला लिया गया है। मेरी सरकार ने फैसला किया है कि अधिगृहित संपूर्ण भूमि जो लगभग 67.03एकड़ है, जिसमें भीतरा और बाहरी आंगन भी सम्मिलित है, उसे नव गठित श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को दिया जाएगा। लोकसभा में पीएम ने इसके साथ ही अयोध्या में सरकार द्वारा कब्जाई गई 67 एकड़ जमीन को भी ट्रस्ट को देने का एलान कर दिया । साल 1992 में बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद जब विवाद हुआ था, तो उसके बाद 1993 में अयोध्या में विवादित स्थल सहित आसपास की करीब 67एकड़ जमीन का केंद्र सरकार ने अधिग्रहण किया था । तभी से ये जमीन केंद्र के अधीन थी,लेकिन अब सरकार ने इस राम मंदिर ट्रस्ट को सौप दिया है । 


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर ट्रस्ट बनाने का एलान किया। जिसके बाद गृहमंत्री अमित शाह ने बताया कि इस ट्रस्ट में 15 ट्रस्टी होंगे जिसमें एक दलित समाज का सदस्य होगा। वहीं हाथोहाथ योगी सरकार ने मस्जिद के लिए अयोध्या के रौनाही में पांच एकड़ जमीन दिए जाने की घोषणा की है। 


राम मंदिर ट्रस्ट के गठन के साथ ही कई मुस्लिम नेताओं ने इसकी टाइमिंग को लेकर सवाल उठाए हैं। उधर, बाबरी के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने कहा कि जल्द से जल्द मंदिर का निर्माण होना चाहिए ।साल 1992 में बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद जब विवाद हुआ था, तो उसके बाद 1993 में अयोध्या में विवादित स्थल सहित आसपास की करीब 67 एकड़ जमीन का केंद्र सरकार ने अधिग्रहण किया था. तभी से ये जमीन केंद्र के अधीन थी, लेकिन अब सरकार ने इस राम मंदिर ट्रस्ट को दे दिया है.


 


गिरिराज सिंह ने ट्वीट करते हुए कहाँ की -:


राम मंदिर हेतु संघर्ष कर जीवन त्यागने वाले एवं गोली खाने वाले शहीद पूर्वजों का आज सपना साकार हो रहा रहा है..सभी देशभक्तों की तरफ से उनको नमन।


आज प्रधानमंत्री जी ने लोकतंत्र के मंदिर से प्रभु राम मंदिर हेतु  "श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र" ट्रस्ट की घोषणा की। 


 


 


योगी आदित्यनाथ का ट्वीट से मोदी के प्रति धन्यवाद :- 


 


उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ बोले-  'पीएम नरेंद्र मोदी जी को प्रभु श्री राम के जन्मस्थान पर एक भव्य मंदिर बनाने के लिए एक स्वायत्त ट्रस्ट का गठन करने के लिये कोटिशः धन्यवाद। 'श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र'ट्रस्ट पूरी तरह स्वतंत्र एवं मंदिर निर्माण से संबंधित सभी निर्णय लेने में सक्षम होगा। जय श्री राम!'


आगे उन्होंने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है।श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण की पहली शिला दलित समाज के श्री कामेश्वर चौपाल जी ने रखी थी।


'श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र' ट्रस्ट के 15 सदस्यों में भी एक सदैव दलित समाज से होगा।  


इस निर्णय के लिए आदरणीय प्रधानमंत्री श्री@narendramodi जी का आभार।


 


मोदी सरकार के हर फैसले पर हमेशा विवाद करने वाले फिर मैदान में :-


अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए ट्रस्ट के गठन के समय को लेकर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM)चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने घोषणा की तारीख को लेकर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि ट्रस्ट का गठन 8 फरवरी के बाद भी हो सकता था। संसद सत्र का अंत 11 फरवरी को होना है। ऐसा लगता है भाजपा सरकार ने यह फैसला दिल्ली चुनाव की चिंता में लिया है। भाजपा ने इसका जवाब देते हुए कहा कि इसे दिल्ली चुनाव से जोड़कर नहीं देखना चाहिए।


 


 


शिवसेना फिर कूदी मोदी समर्थन में -:सांसद अरविंद सावंत ने बुधवार को कहा कि मंदिर का निर्माण प्राथमिकता है। संसद में समाचार एजेंसी आइएएनएस से बात करते हुए सावंत ने कहा, 'हम प्रधानमंत्री के फैसले का स्वागत करते हैं। यह बाला साहिब ठाकरे का सपना था। उन्होंने हमेशा इस बात पर जोर दिया कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होना चाहिए।' यहां तक कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी लोकसभा चुनावों के दौरान लगातार 'पहले मंदिर फिर सरकार ’ की बात कहते रहे। उन्होंने दो बार अयोध्या जाकर रामलला की प्रार्थना की। हम इसका स्वागत करते हैं और प्रधानमंत्री मोदी का धन्यवाद करते हैं।