महाकाल मंदिर पहुंच मार्ग खुलवाने के लिए भाजपा सड़क पर उतरी ।

नागरिनून सीएए के विरोध में महाकाल मंदिर के पहुंच मार्ग (बेगमबाग फोरलेन) पर मुस्लिम समुदाय के धरने प्रदर्शन को लेकर राजनीति गरमाई हुई है। आज भाजपा इस मार्ग से धरना प्रदर्शन हटवाने और प्रदेश सरकार की नीतियों के खिलाफ आंदोलन कर रही है। 


प्रदर्शन में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय सहित कई नेता उज्जैन पहुंच गए हैं। प्रदर्शन को लेकर कल देर शाम तक बैठकों का दौर चलता रहा। उल्लेखनीय है कि पूर्व सीएम शिवराजसिंह चौहान सहित कई नेताओं के आने की संभावना है। लेकिन देर शाम इनके आने का कार्यक्रम रद्द हो गया। मंदिर पहुंच मार्ग पर कई दिनों से धरना प्रदर्शन चल रहा है। भाजपा का कहना है कि इससे श्रद्धालुओं को असुविधा हो रही है। 28 जनवरी को महाकाल भक्तगण संघर्ष समिति सहित शहर के कुछ अन्य संगठनों ने इस धरने का विरोध किया था। इस दौरान एक आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर भाजयुमो महामंत्री योगेश सांगते पर पुलिस प्रशासन ने रासुका लगा दी है। इस घटना के बाद से ही भाजपा के तेवर तीखे हो गए हैं। 10 जनवरी को स्थानीय भाजपा नेताओं ने इसका विरोध किया था। पुलिस कंट्रोल रूम के सामने प्रदर्शन किया गया। इस पर पुलिस ने कई नेताओं के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया था। 
कंठाल पर जमा हुए भाजपाई
आज सुबह 11 बजे कंठाल चौराहा से प्रदर्शन शुरू हुआ। सैकड़ों कार्यकर्ता नरेन्द्र टॉकीज मार्ग पर एकत्रित होकर 12.30 बजे के करीब कंठाल चौराहा से कार्यकर्ता महाकाल मंदिर की ओर बढ़ रहे हैं। इसके बाद अधिकारियों को ज्ञापन दिया जाएगा। धरना प्रदर्शन खत्म करवाने और प्रदेश सरकार के खिलाफ पार्टी ने हस्ताक्षर अभियान भी छेड़ा है। इसमें 20 हजार नागरिकों ने अपने हस्ताक्षर किए हैं। ये हस्ताक्षर पत्र भी अधिकारियों को सौंपे जाएंगे।
अधिकांश रास्ता खाली करेंगे-शहरकाजी
इधर मामले को लेकर शहर काजी खलीकुर्रेहमान ने भी अपनी बात रखते हुए कहा कि महाशिवरात्रि पर्व के मद्देनजर 70 फीसदी रास्ते को खाली रखा जाएगा। शेष भाग में आंदोलन जारी रहेगा। विरोध करना प्रजातांत्रिक और संवैधानिक अधिकार है। हम दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की सेवा भी करेंगे।