कयास लगाए जा रहे हैं कि श्री शर्मा की नियुक्ति के बाद उज्जैन के नगर एवं जिला अध्यक्षों की भी नई नियुक्ति हो सकती है। अब तक जो राकेश सिंह के साथ थे। अब वही एक रात में बीडी शर्मा के साथ हो गए।उज्जैन के कई नेता अब अपने पुराने संबधों का हवाला देकर याद ताजा कर रहे हैं तो कुछ जो राकेश सिंह के करीबी होने का दम भरते थे उन्होंने एक ही रात में दूरियां बना ली है।
फिलहाल बीडी शर्मा ने साफ किया है कि जिन्हें पूर्व अध्यक्ष ने जिलोवा शहरों की जवाबदारी दे रखी है। उन्हें नहीं बदला जाएगा लेकिन फिर भी कयास लगाए जा रहे हैं कि आने वाले समय में श्री शर्मा अपने हिसाब से शहर एवं ग्रामीण की लावी तैयार करेंगे। वैसे देखा जाए तो श्री शर्मा का उज्जैन से भी गहरा लगाव है। वे यहां अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के विभिन्न पदों पर रहे हैं और कई आंदोलनों से भी जुड़े रहे। यहां की युवा लाबी इनके द्वारा बनाए गए। कई नेता भाजपा में काम कर रहे हैं।
श्री शर्मा के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद युवा लवी में भी परिवर्तन की संभावना जताई जा रही है। दूसरी ओर उज्जैन के कई नेता दिल्ली और भोपाल के लिए रवाना हो चुके हैं। तथा कई नेता भोपाल में होने वाले प्रदेश अध्यक्ष के पदभार ग्रहण समारोह में अपनी मौजूदगी जाहिर करना चाहते हैं। इतना ही नहीं कई नेताओं ने तो श्री शर्मा को फोन पर उज्जैन के स्थानीय राजनैतिक परिदृश्य पर भी चर्चा करने का दावा कर डाला है। ऐसे में अब देखना यह होगा कि आने वाले समय में ऊट किस करवट बैठेगा।