अप्रैल में राज्यसभा में बदल जाएगे 51 चेहरे, कांग्रेस और बीजेपी बदलेगा गणित।

दिल्ली. राज्यसभा के ५१ सांसदों का कार्यकाल अप्रैल माह में खत्म हो रहा है। इसमें भाजपा और कांग्रेस सहित क्षेत्रिय दलों के सांसद है। हालांकि अब नए चुनाव में सभी पार्टी की संख्या में फेरबदल होगा। इसके पीछे कारण राज्यों में हुए बदला है। हालांकि इसका ज्यादा फायदा बीेजेपी-कांग्रेस को नहीं मिलेगा। 


राज्यसभा में वर्तमान में 245 सांसद हैं। भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस को उम्मीद है कि वे इसमें से कई सीटें जीतने में कामयाब रहेंगे। इन दोनों दलों के साथ-साथ तृणमूल कांग्रेस और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी को ज्यादा सीटें मिलने की संभावना है।


यह है उम्मीद पार्टी को 
बीजेपी पार्टी को उम्मीद है कि अप्रैल में होनेवाले चुनाव में उसे 13 सीटें मिल सकती है। ओडिशा में राज्यसभा की तीन सीटों में से बीजू जनता दल को दो और भाजपा को एक सीटें  मिल सकती है। वहीं आंध्र प्रदेश की चार सीटें वाईएसआर कांग्रेस को मिलने की उम्मीद है। भाजपा को हिमाचल और हरियाणा से एक-एक सीटें मिलने की उम्मीद है। राज्यसभा में कांग्रेस के 46 सांसद हैं और उसे 10 सीटें मिलने की संभावना है। जबकि उसके ११ सांसद हटेगे। 
इन प्रदेशों की है सीट 
राज्यसभा के आगामी चुनाव में  महाराष्ट्र से सात, तमिलनाडु से छह, बिहार और पश्चिम बंगाल से पांच, आंध्र प्रदेश और गुजरात से चार-चार, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और ओडिशा से तीन-तीन, झारखंड और छत्तीसगढ़ से दो-दो और असम, मणिपुर, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश से एक-एक सीटें शामिल हैं।